नई दिल्ली। भारत के पड़ोसी देश पाकिस्तान में जारी राजनीतिक उथल-पुथल के बीच खबर आ रही है कि प्रधानमंत्री इमरान खान प्रधानमंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा कर सकते हैं। ऐसा भी कहा जा रहा है कि इमरान अपने तरकश में मौजूद कुछ अन्य 'तीरों' का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। आज यानी बुधवार रात इमरान देश की जनता को संबोधित करने वाले थे, लेकिन फिलहाल यह संबोधन टल गया है।
दरअसल, सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा और खुफिया एजेंसी के डीजी के अचानक इमरान खान के घर पहुंचने के बाद इमरान के इस्तीफे की अटकलों को बल मिला है। माना जा रहा है कि सेना इमरान से इस्तीफा ले सकती है। बाजवा से मुलाकात के बाद इमरान का संबोधन भी टल गया है। दूसरी ओर, संयुक्त विपक्ष ने इमरान से इस आधार पर इस्तीफे की मांग की है कि वे संसद में बहुमत खो चुके हैं।
बहुमत से दूर इमरान : पाक प्रधानमंत्री खान को सत्ता में बने रहने और विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को गिराने के लिए 172 सांसदों के समर्थन चाहिए, लेकिन उनके पास यह आंकड़ा फिलहाल नहीं है। एक जानकारी के मुताबिक इमरान खान के पास 164 वोट हैं, जबकि विपक्ष के पास यह संख्या 175 है। ऐसे में यदि वोटिंग होती है तो इमरान का जाना तय है।
चीन का समर्थन मिला : राजनीतिक उठापटक के बीच इमरान के पक्ष में सिर्फ एक बात सामने आई है, वह यह कि चीन ने खान का खुलकर समर्थन किया है। दरअसल, इमरान का समर्थन करना चीन की मजबूरी है क्योंकि यदि इमरान की पाकिस्तान से विदाई होती है और नवाज शरीफ की पार्टी सत्ता में लौटती है तो चीन के कई प्रोजेक्ट खटाई में पड़ सकते हैं।