बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने दूसरी बार राष्ट्रपति पद संभालते ही सेना के शीर्ष अधिकारियों को संबोधित किया। उन्होंने 'इशारों' में यह आदेश दिया कि सेना युद्ध के लिए तैयार रहे। डोकलाम विवाद के बाद शी जिनपिंग के इस आदेश को भारत के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है। चीनी राष्ट्रपति ने देश की 2.3 मिलियन सेना को और मजबूत बनाने और युद्धों में किस तरह से जीत हासिल की जाए, के तरीकों पर ध्यान केंद्रित करने का आदेश दिया है।
गुरुवार को सत्ता पर दोबारा काबिज होने के साथ ही शी जिनपिंग ने सेना के टॉप अधिकारियों से बातचीत की। चीन में सेना को सत्ता और शक्ति का आधार माना जाता है। शी शक्तिशाली सेंट्रल मिलिट्री कमीशन और चीन मिलिट्री के मुखिया हैं, जो एकमात्र आम नागरिक थे। इस बैठक में आर्मी के शीर्ष के अधिकारी मौजूद थे। सीएमसी ने बुधवार को नई लाइन-अप में 7 लोगों के शामिल किया गया है। इससे पहले इसमें 11 सदस्य होते थे।
गौरतलब है कि शी जिनपिंग ने कम्युनिस्ट पार्टी की कांग्रेस सम्मेलन से कुछ दिन पहले पीएलए के शीर्ष नेतृत्व में फेरबदल किया था और सत्ताधारी पार्टी के कांग्रेस से ठीक पहले दुनिया की सबसे बड़ी सेना में अपनी ताकत को और बढ़ाते हुए शी ने उसमें नए जनरलों की नियुक्ति की थी। (एजेंसियां)