सेंचुरियन। बेहतरीन फार्म में चल रही भारतीय टीम दूसरे टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में बुधवार को यहां जब अजेय बढ़त हासिल करने के उद्देश्य से मैदान पर उतरेगी तो उसे आत्ममुग्धता से बचना होगा, क्योंकि मेजबान टीम भी श्रृंखला जीवंत रखने के लिए अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास करेगी।
भारतीय टीम ने जोहान्सबर्ग में पहला टी-20 मैच 28 रन से जीता था और अगर वह अपने इस प्रदर्शन को जारी रखते हैं तो फिर वह इस दौरे में दूसरी श्रृंखला जीतने में कामयाब रहेगी। टेस्ट श्रृंखला में 1-2 से हार के बाद भारत ने एकदिवसीय श्रृंखला 5-1 से जीती तथा अब वह टी-20 श्रृंखला जीतकर दौरे का सुखद अंत करने की कोशिश करेगा।
भारत अगर तीन मैचों की इस श्रृंखला में क्लीन स्वीप करता है तो आईसीसी टी-20 टीम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर पहुंच सकता है लेकिन अगर ऑस्ट्रेलिया कल न्यूजीलैंड को टी-20 त्रिकोणीय श्रृंखला के फाइनल में हरा देता है तो फिर अपने वर्तमान तीसरे स्थान पर ही बना रहेगा।
भारतीय टीम शिविर से मिल रही जानकारी के अनुसार कप्तान विराट कोहली मैच तक फिट हो जाएंगे। वे पिछले मैच के आखिरी क्षणों में चोटिल हो गए थे और उनके कूल्हे में कुछ परेशानी थी। टीम प्रबंधन ने इसे ‘गंभीर नहीं’ करार दिया और ऐसे में पूरी उम्मीद है कि वे कल टॉस के लिए उतरेंगे।
कोहली को डरबन में पहले वन-डे के दौरान भी घुटने के दर्द से परेशानी हुई थी, लेकिन उन्होंने इसे दरकिनार करके जोरदार शतक जमाया था। लेकिन चोट की एक और संभावना को उन पर व्यस्त कार्यक्रम से पड़ने वाले प्रभाव के रूप में देखा जा सकता है। दूसरे मैच में श्रृंखला अपने नाम करने की स्थिति में कोहली केपटाउन में तीसरे मैच में विश्राम ले सकते हैं क्योंकि अगले तीन महीनों में भी उनका व्यस्त कार्यक्रम है।
अगर कोहली फिट नहीं हो पाते हैं तो फिर केएल राहुल को टीम में जगह मिल सकती है। पिछले मैच में राहुल की जगह मनीष पांडे को अंतिम एकादश में रखा गया था। भारतीय टीम में कुछ अन्य बदलाव भी किए जा सकते हैं। सुपरस्पोर्ट पार्क की पिच इस पूरे दौरे में काफी धीमी खेलती रही और इसे ध्यान में रखते हुए भारत अंतिम एकादश में दो स्पिनरों को रख सकता है। ऐसे में चाइनामैन कुलदीप यादव के अंतिम एकादश में शामिल होने की संभावना है। यहां तक कि बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल को भी अभी मौका नहीं मिला है और कसी हुई गेंदबाजी करने के कारण उनके नाम पर भी विचार किया जा सकता है।
पिछले मैच में सुरेश रैना को तीसरे नंबर पर उतारने का हैरानी भर फैसला देखने को मिला था। अगर कोहली खेलते हैं तो क्या वे फिर से ऐसा करेंगे? जोहान्सबर्ग में टीम प्रबंधन को लग गया था कि यह बड़े स्कोर वाला मैच होगा और उसने ऐसे में रैना को पॉवरप्ले में उतारने का फैसला किया था।
भारत के लिए निचला मध्यक्रम थोड़ा चिंता का विषय है। टीम प्रबंधन ने महेंद्र सिंह धोनी पर अपना भरोसा बनाए रखा है। यह पूर्व कप्तान भी ऊपरी क्रम में बल्लेबाजी का इच्छुक नहीं लगता है। कोहली के नंबर चार पर उतरने से निचले मध्यक्रम को भी स्थायित्व मिलता है।
दूसरी तरफ दक्षिण अफ्रीका आठ दिन के अंदर दूसरी बार करो या मरो की स्थिति में है। उसकी परेशानियां हालांकि कम नहीं हो रही हैं और अब एबी डिविलियर्स टी-20 श्रृंखला से बाहर हो गए हैं। उनकी जगह पर किसी अन्य खिलाड़ी को नहीं रखा गया और जेपी डुमिनी को उपलब्ध खिलाड़ियों में से ही विकल्प तलाशना होगा।
कार्यवाहक कप्तान डुमिनी का मानना है कि वांडरर्स में पॉवरप्ले के ओवरों में शॉर्ट पिच गेंदें करने सहित उनकी सारी रणनीति सही थी, लेकिन उस पर अच्छी तरह से अमल करने की जरूरत है। इससे लगता है कि टीम में ज्यादा बदलाव नहीं होंगे। यह अभी देखना बाकी है कि सेंचुरियन की पिच पर पर्याप्त उछाल मिल पाती है या नहीं। अगर ऐसा नहीं होता है तो दक्षिण अफ्रीका को अपनी रणनीति बदलनी होगी।
टीमें इस प्रकार हैं-
भारत : विराट कोहली (कप्तान), शिखर धवन, रोहित शर्मा, सुरेश रैना, श्रेयस अय्यर, मनीष पांडे, दिनेश कार्तिक, एमएस धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, युजवेंद्र चहल, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह, जयदेव उनादकट, शार्दुल ठाकुर में से।