विराट कोहली और भारतीय क्रिकेट बोर्ड के बीच तनाव बढ़ता ही जा रहा है। आज कप्तानी जाने के बाद विराट कोहली पहली बार प्रेस वार्ता में आए और कुछ संगीन आरोप बीसीसीआई पर लगाए।
मीटिंग से सिर्फ 1.5 घंटे पहले हुआ संपर्क
विराट कोहली ने प्रेस वार्ता में कहा कि बीसीसीआई ने उनसे दक्षिण अफ्रीका से होने वाले दौरे की बैठक से सिर्फ 1.5 घंटा पहले उनसे संपर्क किया गया था। मुख्य चयनकर्ताओं ने टेस्ट टीम की घोषणा की और यह बताया कि वह वनडे टीम के कप्तान नहीं होगे।
विराट कोहली ने एक और खुलासा किया कि उन्हें रोहित शर्मा की कप्तानी में खेलने में कोई गुरेज नहीं है। उन्होंने कहा कि रोहित शर्मा एक बहुत बेहतरीन कप्तान है और उसकी कप्तानी में उन्हें खेलने में कोई परेशानी नहीं है।
रोहित शर्मा के अलावा उन्होंने कोच राहुल द्रविड़ की भी सराहना की और कहा कि कप्तान और कोच का मेरा टी-20 और वनडे में पूर्ण समर्थन प्राप्त है।
48 घंटो की मोहलत को विराट ने किया खारिज
गौरतलब है कि कि इससे पहले बोर्ड की ओर से यह बयान दिया गया था कि विराट कोहली को वनडे की कप्तानी छोड़ने के लिए बीसीसीआई की ओर से 48 घंटो की मोहलत दी गई थी। जब विराट ने ऐसा नहीं किया तो बोर्ड ने उनको अगले (दक्षिण अफ्रीका) दौरे की कप्तानी से हटा दिया और रोहित शर्मा की ताज पोशी हुई।
आज जो विराट कोहली ने कहा और रोहित शर्मा को वनडे कप्तानी के बाद जो सौरव गांगुली ने कहा उसमें जमीन आसमान का अंतर है। ऐसे में या तो बीसीसीआई अध्यक्ष ने झूठ बोला था या तो विराट कोहली अभी झूठ बोल रहे हैं।