Nirbhaya like brutality in Khandwa: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले के खालवा थाना क्षेत्र में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। इस घटना ने दिल्ली के निर्भया कांड की याद ताजा कर दी। 45 वर्षीय आदिवासी महिला, जो दो युवा बेटों की मां थी, के साथ उसके ही 2 पड़ोसियों ने गैंगरेप किया। सामूहिक बलात्कार के मामले में गिरफ्तार आरोपियों में से एक ने कथित तौर पर उसके शरीर में हाथ डाल दिया, जिसके बाद उसकी आंतें बाहर आ गईं और अत्यधिक खून बहने से उसकी मौत हो गई।
खरगोन रेंज के पुलिस उपमहानिरीक्षक (आईजी) सिद्धार्थ बहुगुणा और कलवा थाने के प्रभारी निरीक्षक जगदीश सिंधिया ने फोन पर बताया कि अभी तक घटनास्थल से लोहे या लकड़ी का कोई रॉड बरामद नहीं हुआ है। महिला की मौत अत्यधिक रक्तस्राव के कारण हुई। सिंधिया इस मामले में जांच अधिकारी हैं, जिसमें दो आरोपियों हरि (40) और सुनील (35) को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
गर्भाशय को कोई नुकसान : उन्होंने आरोपी के पुलिस को दिए बयान का हवाला देते हुए कहा कि यौन उत्पीड़न के बाद हरि ने अपना हाथ उसके शरीर के अंदर डाल दिया, जिसके बाद उसकी आंतें बाहर आ गईं। निरीक्षक ने बताया कि आरोपी ने आंतों को वापस डालने की कोशिश की, लेकिन ऐसा नहीं कर सका। सिंधिया ने कहा कि उसकी आंतें बाहर आ गई थीं, जबकि गर्भाशय को कोई नुकसान नहीं पहुंचा।
उन्होंने कहा कि हम सबूतों को इकट्ठा कर रहे हैं और उनकी वीडियो रिकॉर्डिंग कर रहे हैं। हम घटनास्थल से चारपाई से खून से लथपथ बेड रोल बरामद करने के लिए दोनों आरोपियों की रिमांड लेने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि पोस्टमार्टम की प्रारंभिक रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 66 (मौत के कारण), 70 (1) (सामूहिक बलात्कार) और 103 (1) (हत्या की सजा) के तहत मामला दर्ज किया गया है। यह सामूहिक बलात्कार शुक्रवार रात को हुआ और अत्यधिक रक्तस्राव से अगले दिन (शनिवार) दोपहर करीब 2.30 बजे महिला की मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि यह घटना जिला मुख्यालय से करीब 90 किलोमीटर दूर रोशनी पुलिस चौकी की सीमा में हुई। अधिकारी ने बताया कि पीड़िता और आरोपी कोरकू आदिवासी समुदाय के हैं।
मध्य प्रदेश बनता जा रहा है रेप कैपिटल : आखिल भारतीय आदिवासी कांग्रेस के अध्यक्ष विक्रांत भूरिया ने मध्य प्रदेश के खंडवा में एक आदिवासी महिला की दुष्कर्म के बाद हुई मौत की घटना को लेकर सोमवार को आरोप लगाया कि यह राज्य देश की रेप कैपिटल और शराब कैपिटल बनता जा रहा है तथा मुख्यमंत्री मोहन यादव बतौर गृहमंत्री कानून-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने में विफल रहे हैं। भूरिया ने यह भी कहा कि इस मामले के लिए त्वरित अदालत का गठन किया जाए, ताकि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। (एजेंसी/वेबदुनिया)