मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज रीवा से प्रदेश की लाड़ली बहनों के खातों में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना की मासिक किश्त की राशि अंतरित करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह योजना गृहणियों को घर के कई छोटे-मोटे कार्यों में सहयोगी बनी है। वर्तमान में योजना के क्रियान्वयन पर 15 हजार करोड़ रुपए की राशि व्यय की जा रही है। वर्तमान में एक हजार रुपए हर प्रतिमाह लाड़ली बहनों को दी जा रही है। आवश्यक वित्त व्यवस्थाएं करते हुए यह राशि प्रतिमाह तीन हजार करने का लक्ष्य है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में लाड़ली बहनों के हित में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में किए गए महत्वपूर्ण संशोधन के फलस्वरुप 21 से 23 वर्ष आयु वर्ग की बहनों के नाम जोड़े जाने का कार्य चल रहा है। जिन पात्र बहनों के नाम छूट गए हैं उनके नाम अनिवार्य रूप से जोड़े जाएंगे। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट किया कि ट्रेक्टर धारक परिवार भी योजना का लाभ लेने के लिए पात्र होंगे। ऐसे परिवारों की लाड़ली बहनों के नाम भी प्रतिमाह राशि दिए जाने के लिए जोड़े जाएंगे।
पूर्व सरकार ने विशेष पिछड़ी जनजातियों बैगा, सहरिया और भारिया को प्रतिमाह मिलने वाली एक हजार रुपए की राशि देना बंद कर दी थी। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, बहनों को प्रसव के लिए 16 हजार रुपए की राशि और अन्य सुविधाओं को बंद कर दिया गया था। इन सभी योजनाओं को फिर से शुरू कर गति प्रदान की गई है। सड़क, पानी, बिजली, सिंचाई, खाद्यान्न वितरण, स्वास्थ्य क्षेत्र, शिक्षण सुविधाओं के विकास के साथ ही किसानों के हित में कल्याणकारी कार्यक्रम निरंतर चल रहे हैं।