पत्र में मुख्यमंत्री ने सरकार की ओर से महिलाओं और बेटियों के लिए चलाई जा रही हर एक योजना को बताने की कोशिश की है। पत्र में बेटियों के लिए चलाई जा रही लाड़ली योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना से लेकर निकाय चुनाव में महिलाओं को पचास प्रतिशत रिजर्वेशन देने का जिक्र भी है।
शिवराज ने चिट्ठी के जरिए महिलाओं और उनसे जुड़े मुद्दे के प्रति अपने भावनात्मक लगाव को भी दिखाया है। सीएम ने चिट्ठी की आखिरी लाइन नें लिखा है कि आज वे जीवन में जिस मुकाम पर हैं वे बहनों के आशीर्वाद से हैं। इतना ही नहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने लिखा है कि वे आने वाले पांच साल में भी बहनों को समाज में सम्मान दिलाने का काम करेंगे।
मुख्यमंत्री ने लिखा कि आने वाले पांच वर्षों में अपनी बहनों, भानजियों, बेटियों के लिए अधिक सुरक्षित, सम्मानित एवं खुशहाल वातावरण बनाकर उनकी आर्थिक एवं सामाजिक आत्मनिर्भरता सुनिश्चित करना ही उनके जीवन का मिशन है। मुख्यमंत्री के इस पत्र के बाद सियासत भी गर्मा गई है।
पीसीसी चीफ कमलनाथ ने सीएम शिवराज पर बड़ा हमला बोला है। कमलनाथ ने सीधे-सीधे मुख्यमंत्री को निशाने पर लेते हुए कहा है कि जो सरकार पिछले पंद्रह सालों में बेटियों और भानजियों को सुरक्षित माहौल नहीं दे पाई, वह किस मुंह से अगले पांच साल के लिए एक और मौका मांग रही है।