नई दिल्ली। देश में अब तक ब्लैक फंगस या म्यूकरमाइकोसिस के कुल 40 हजार 845 नए मामले सामने आ चुके हैं, जबकि इस संक्रमण के चलते 3 हजार 129 लोगों की मौत हो चुकी है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने सोमवार को यह जानकारी दी।
कोविड-19 को लेकर उच्च स्तरीय मंत्रिसमूह की 29वीं बैठक की अध्यक्षता करने वाले हर्षवर्धन ने सदस्यों को बताया कि कुल संक्रमितों में से 34,940 (85.5 प्रतिशत) को कोरोना वायरस संक्रमण और 26,187 (लगभग 64.11 प्रतिशत) मरीजों को मधुमेह रोग था जबकि 21,523 (52.69 प्रतिशत) संक्रमितों को स्टेरॉयड दिया गया था।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि 13,083 (32 प्रतिशत) लोग 18-45 साल के आयुवर्ग के और 17 हजार 464 (42 प्रतिशत) लोग 45-60 वर्ष के आयुवर्ग के थे, जबकि 10,082 (24 प्रतिशत) लोगों की आयु 60 साल से अधिक थी।
कोविड-19 टीकाकरण अभियान के बारे में हर्षवर्धन ने कहा कि भारत कोविड-19 टीकाकरण में एक और उपलब्धि हासिल करते हुए अब तक लगाई जा चुकी खुराकों के मामले में अमेरिका से आगे निकल गया है। अमेरिका ने 14 दिसंबर, 2020 से कोविड के खिलाफ टीकाकरण शुरू किया, जबकि भारत में 16 जनवरी को टीकाकरण की शुरुआत हुई थी।
एक बयान में उनके हवाले से कहा गया है कि कोविड टीकाकरण की नयी नीति के तहत केंद्र सरकार देश में वैक्सीन निर्माताओं द्वारा उत्पादित किए जा रहे टीके खरीदकर 75 प्रतिशत टीकों की राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क आपूर्ति कर रही है। सोमवार को सुबह आठ बजे तक विभिन्न श्रेणियों के तहत लोगों को 32 करोड़ 36 लाख 63 हजार 297 टीके लगाए जा चुके हैं।
हर्षवर्धन ने कोविड-19 की रोकथाम के भारत के प्रयासों के बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि देश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के केवल 46 हजार 148 नए मामले सामने आए जबकि उपचाराधीन रोगियों की संख्या गिरकर 5 लाख 72 हजार 994 रह गई है। संक्रमण से उबरने की दर तेजी से बढ़कर 96.80 प्रतिशत पर पहुंच गई है और बीते 24 घंटे में 58 हजार 578 लोग ठीक हुए हैं।
हर्षवर्धन ने कहा कि आज लगातार 46वें दिन नए संक्रमितों की तुलना में ठीक होने वालों की संख्या अधिक रही। उन्होंने कहा कि देश में मृत्यु दर 1.30 प्रतिशत, दैनिक संक्रमण दर 2.94 प्रतिशत और साप्ताहिक संक्रमण दर भी 2.94 प्रतिशत रही है, जो 21 दिनों से लगातार 5 प्रतिशत से नीचे है। बयान के अनुसार, मंत्री समूह ने कोविड-19 संबंधी दिशा-निर्देशों और समुचित आचरण के पालन पर जोर दिया।