उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव और पिछले साल उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव में समाजवादियों ने रसातल पर जा रही कांग्रेस को सहारा दिया हालांकि इसके बावजूद कांग्रेस का प्रदर्शन लगभग फीका ही रहा। अगर आगामी चुनावों में उनकी पार्टी जनसंख्या घनत्व के मामले में अव्वल राज्य में कांग्रेस का साथ छोड़ दे तो उसकी हालत क्या होगी, इसका सहज ही अनुमान लगाया जा सकता है।
कांग्रेस और भाजपा की नीतियों को समान बताते हुए सपा अध्यक्ष ने कहा कि दोनों दलों की नीतियों में कोई अंतर नहीं है। देश में खुशहाली का रास्ता समाजवादी रास्ता ही है। भाजपा को जनता ने वोट दिया था कि मंहगाई कम करेंगे। भाजपा ने कांग्रेस से भी ज्यादा दुगनी तिगुनी मंहगाई बढ़ाई। भाजपा किसानों की आय दुगनी करने की बात करती है पर कैसे बढ़ाएगी इसका अता-पता नहीं है। राजस्थान में रोजगार नहीं हैं। गरीब जनता और नौजवानों को धोखा मिल रहा है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि राजस्थान में समाजवादियों की जीत का संदेश पूरे देश में जाएगा। राजस्थान में भी साइकिल चल पड़ी है। अब यह तेजी पकड़ेगी। यह थमने वाली नहीं है। जब तक राजनीतिक सम्मान नहीं होगा, आर्थिक सम्मान नहीं होगा तब तक सामाजिक सम्मान भी नहीं होगा। जनता को यह बात समझनी चाहिए। (भाषा)