बलूच नेता मामा कदीर ने एक साक्षात्कार में दावा किया कि पाकिस्तानी जेल में बंद भारतीय कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान की खुफिया संस्था आईएसआई के इशारे पर ईरान के चाबहार से अगवा किया गया था। आईएसआई ने इस काम के लिए मुल्ला उमर को करोड़ों रुपए दिए थे।
कदीर ने कहा कि मुल्ला उमर ईरानी बलूचिस्तान में कुख्यात आईएसआई एजेंट के रूप में मशहूर है और उसे पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ वहां आवाज उठाने वालों को अगवा करने के लिए जाना जाता है।
उन्होंने बताया कि जाधव के दोनों हाथ बांध दिए गए थे। उनकी आंखों पर पट्टी बांधकर उन्हें डबल डोर की एक कार में बैठाकर ले जाया गया था। जाधव को पहले चाहबहार से ईरान और बलूचिस्तान सीमा स्थित शहर मशकेल ले जाया गया, जहां से उनको बलूचिस्तान की राजधानी क्वेटा लाया गया और वहां से इस्मालाबाद।
कदीर ने कहा कि जाधव कभी बलूचिस्तान आए ही नहीं थे। वह ईरान में एक व्यवसायी थे। उल्लेखनीय है कि आईएसआई ने दावा किया था कि जाधव को बलूचिस्तान में जाधव को पकड़ा गया है।