उन्होंने एक्स पर अपनी पोस्ट में कहा, संलग्न video देखिए! गलियों और रास्तों पर जमा बदबूदार पानी बरसात का नहीं है, उफनते सीवरों का है। अपनी समस्याओं और हृदय विदारक कष्टों को बयां करती महिलाएं दिल्ली की हैं, किसी और प्रदेश या देश की नहीं। राजधानी में लाखों लोगों की बेबसी और दयनीय जीवन को कल फिर से देखना बेहद निराशाजनक और परेशान करने वाला रहा। बुराड़ी, किराड़ी, कलंदर कॉलोनी, संगम विहार, मुंडका और गोकुलपुरी जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भी पहले यही हालात दिखे थे।
एलजी ने कहा कि स्थानीय निवासियों के लगातार अनुरोध के बाद कल दक्षिण दिल्ली के रंगपुरी पहाड़ी और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के कापसहेड़ा का, क्षेत्रीय सांसद रामबिधूरी जी के साथ दौरा किया। इन क्षेत्रों में भी अन्य इलाकों की तरह बुनियादी नागरिक सुविधाओं और सेवाओं का घोर अभाव है। नालियों की कोई व्यवस्था नहीं है, जिससे संकरी गलियां लगातार गाद और गंदे पानी से भरी रहती है। सड़कों का नामोनिशान नहीं है। बिजली की आपूर्ति बेहद अनिश्चित है। पीने के पानी की भारी कमी है, जिससे महिलाएं 7-8 दिन में एक बार आने वाले टैंकर से पानी बाल्टियों में ढोने को मजबूर हैं।
उन्होंने कहा कि क्षेत्रवासियों ने बिजली की अपर्याप्त आपूर्ति, अनियमित जल वितरण, रास्तों पर कचरे के ढेर की समस्या और साफ-सफाई की पूरी तरह से कमी को लेकर अपनी समस्याएं बताई। बड़ी संख्या में निवासियों ने रोजाना 8-10 घंटे तक बिजली कटौती की शिकायत की और दिल्ली सरकार के फ्री बिजली देने के दावों के विपरीत भारी भरकम बिजली बिल दिखाए।
उपराज्यपाल ने कहा कि साथ गए MCD, DUSIB, और I&FC Deptt के अधिकारियों से इन गंभीर मुद्दों को तत्काल हल करने के सुझाव दिए। यह बेहद जरूरी है कि हम इन निवासियों को कम से कम मौलिक सुविधाएं तो मुहैया कराएं ही। लोगों को आश्वासन दिया है कि सफाई अभियान कल से शुरू होगा और मैं स्वयं इन प्रयासों की प्रगति की निगरानी करूंगा, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि निवासियों को गुणवत्तापूर्ण जीवन के लिए कम से कम मूलभूत सुविधाएं प्राप्त हों।
उन्होंने कहा कि मैं पूर्व मुख्यमंत्री, वर्तमान मुख्यमंत्री और दिल्ली सरकार के संबंधित मंत्रियों से आग्रह करता हूं कि वे इन क्षेत्रों का दौरा करें और खुद इन नारकीय परिस्थितियों को देखें। उन्हें इस दयनीय स्थिति को सुधारने के तुरंत कदम उठाने चाहिए।