आज भी उनका जुबान पर नियंत्रण नहीं है : धरने के संयोजक आजाद पालवां की अध्यक्षता में शुक्रवार को प्रदर्शनकारी किसानों की बैठक हुई, जिसमें कौर के हिरासत से रिहा होने के बाद उसे सम्मानित करने का सर्वसम्मति से फैसला लिया गया। पालवां ने कहा, इस मामले की चर्चा पूरे देश और पूरी दुनिया में हो रही है। कंगना रनौत अब भी यह कह रही हैं कि उग्रवाद, आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए लोग ऐसा कर रहे हैं। आज भी उनका जुबान पर नियंत्रण नहीं है।
उन्होंने कहा, कौर की भावनाओं को ठेस पहुंची थी। हम उनके साथ खड़े हैं। राजनेताओं को अपनी जुबान पर नियंत्रण रखना चाहिए। हमने फैसला लिया है कि कौर के हिरासत से रिहा होने पर उचाना धरने पर बुलाकर उन्हें सम्मानित किया जाएगा। गुरुवार को चंडीगढ़ हवाई अड्डे पर कौर ने रनौत को कथित तौर पर थप्पड़ मार दिया था।
पंजाब में बढ़ते आतंकवाद को लेकर चिंतित हूं : घटना के बाद एक वीडियो जारी कर कंगना ने कहा, उसने मुझे थप्पड़ मारा और मुझे गाली देनी शुरू कर दी। जब मैंने उससे पूछा कि उसने ऐसा क्यों किया, तो उस सिपाही ने कहा कि वह किसान आंदोलन का समर्थन करती है। उन्होंने कहा, मैं सुरक्षित हूं लेकिन पंजाब में बढ़ते आतंकवाद को लेकर मैं चिंतित हूं। हम उसे कैसे संभालेंगे?
सोशल मीडिया पर आए एक वीडियो में गुस्साई महिला सिपाही घटना के बाद लोगों से बात करती हुई दिखाई दे रही है। महिला कर्मी ने कथित वीडियो में कहा, कंगना ने एक बयान दिया था कि दिल्ली में किसान 100-200 रुपए लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। उस दौरान मेरी मां भी प्रदर्शनकारियों में शामिल थी। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour