indore manmad rail line : मोदी मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति (CCEA) ने इंदौर मनमाड़ रेल लाइन परियोजना को मंजूरी दे दी। इससे 2 प्रमुख वाणिज्यिक केंद्रों मुंबई तथा इंदौर के बीच 309 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन का रास्ता साफ हो गया। परियोजना की कुल लागत 18,036 करोड़ रुपए आंकी गई है। यह 2028-29 तक पूरी होगी। इंदौर पिछले 30 सालों से इस रेलवे मार्ग की मांग कर रहा था।
इंदौर और मनमाड के बीच नई लाइन सीधी संपर्क सुविधा प्रदान करेगी और परिवहन व्यवस्था में सुधार करेगी। इससे दोनों वाणिज्यिक शहरों के बीच की दूरी 200 किलोमीटर घट जाएगी। ट्रेन से सफर 4.5 घंटे कम हो जाएगा तथा किराया भी कम लगेगा।
यह परियोजना मल्टी-मॉडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का परिणाम है जो एकीकृत योजना के जरिये संभव हो पाया है। यह लोगों, वस्तुओं तथा सेवाओं की आवाजाही के लिए निर्बाध संपर्क प्रदान करेगी। इस परियोजना के तहत महाराष्ट्र तथा मध्य प्रदेश के छह जिले आएंगे।
देश के पश्चिमी/दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों और मध्य भारत के बीच एक छोटा मार्ग प्रदान करके क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देगी। इससे श्री महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग मंदिर सहित उज्जैन-इंदौर क्षेत्र के विभिन्न पर्यटन/धार्मिक स्थलों पर पर्यटकों की संख्या में वृद्धि होगी।
परियोजना के तहत 30 नए स्टेशन बनाए जाएंगे, जिससे बड़वानी जिले को बेहतर संपर्क मिलेगा। नई रेल लाइन से करीब 1,000 गांवों और लगभग 30 लाख आबादी के लिए संपर्क मुमकिन होगा।