आयकर विभाग के लिए नीतियां बनाने वाले सर्वोच्च निकाय केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) ने एक बयान जारी कर कहा कि 29 जुलाई को मुंबई एवं पुणे में रीयल एस्टेट से जुड़े एक प्रमुख समूह के ठिकानों पर छापा मारकर तलाशी ली गई। हालांकि, इस बयान में समूह की पहचान जाहिर नहीं की गई है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह हबटाउन समूह है।
बयान में कहा गया है कि तलाशी के दौरान विभाग को वाणिज्यिक एवं आवासीय ब्लॉकों की बिक्री पर धन प्राप्ति के सबूत मिले हैं। इसके अलावा फर्जी असुरक्षित ऋण लेने, फर्जी दीर्घावधि पूंजीगत लाभ और कई अन्य लेन-देन में हेरफेर कर करीब 700 करोड़ रुपए की कर अपवंचना की गई।
बयान में कहा गया है कि तलाशी में अजीब-गरीब लेनदेन की गुत्थी को पकड़ा जिसमें खातों में हेरफेर करके 525 करोड़ रुपए की आय को गायब कर दिया गया। वहीं आवासीय एवं वाणिज्यिक ब्लॉकों की बिक्री से 100 करोड़ रुपए से अधिक की राशि प्राप्त की गई। इसके अलावा तलाशी में 14 करोड़ रुपये के आभूषण भी पकड़े गए हैं। यह छापे अभी भी चल रहे हैं। (भाषा)