मुंबई। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे को पुलिस ने मंगलवार को चिपलून में हिरासत में ले लिया। बताया जा रहा है कि पुलिस के पास उनकी गिरफ्तारी का वारंट नहीं है। गिरफ्तारी से पूर्व रत्नागिरि कोर्ट में उनकी जमानत अर्जी नामंजूर हो गई।
इससे पहले रत्नागिरि पुलिस अधीक्षक नारायण राणे से मिलने पहुंचे। कागजी कार्रवाई की और उन्हें हिरासत में ले लिया। नारायण राणे को गिरफ्तारी के बाद अब रत्नागिरि कोर्ट में पेश किया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि नारायण राणे ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर आपत्तिजनक बयान दिया था। सीएम ठाकरे के स्वतंत्रता दिवस के भाषण का जिक्र करते हुए राणे ने कहा था कि मुख्यमंत्री को याद नहीं था कि देश की आजादी के कितने साल हो गए। वे पीछे मुड़ कर पूछ रहे थे। मैं वहां मौजूद होता तो उनके कान के नीचे थप्पड़ लगाता।
राणे के बयान पर बवाल मच गया। शिवसेना कार्यकर्ताओं ने नारायण राणे के मुंबई स्थित घर पर हमला कर दिया। इस दौरान शिवसेना और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। पुलिस को भीड़ को खदेड़ने के लिए लाठीचार्ज करना पड़ा।
इस बीच शिवसेना विधायक विनायक राउत ने पीएम मोदी को पत्र लिखकर राणे को केंद्रीय मंत्रिमंडल से हटाने की अपील की है।