नासा का कहना है कि केरल में बांध से जो पानी छोड़ा गया है, उसके कारण ही लोगों को बाढ़ का सामना करना पड़ा। सही वक्त पर सही प्रबंधन नहीं किया गया। अगर सही तरीके से प्रबंधन होता तो इतनी बड़ी तबाही नहीं होती।
नासा के वैज्ञानिक सुजय कुमार के मुताबिक भारी बारिश के बीच बांध से पानी छोड़ना बहुत गलत था। पानी को काफी देर से छोड़ा गया। यहां 20 जुलाई से तेज बारिश शुरू हुई थी, जबकि बाढ़ 8 अगस्त से। जून और जुलाई तक हालात उतने खतरनाक नहीं थे।