रक्षामंत्री ने केंद्र एवं राज्य सरकार के नौकरशाहों की तारीफ करते हुए कहा कि जिस गति से प्रधानमंत्री ने हमें इस विषय में काम करने का आदेश दिया, जिस तरीके से उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री का आदेश उनके अधिकारीगण को मिला, दोनों दिल्ली में, रक्षा मंत्रालय और उत्तरप्रदेश के अधिकारी, साथ-साथ सहयोग से काम किए, 18 दिन में बुधवार को प्रधानमंत्री ने इसकी विस्तार से घोषणा कर दी।
उन्होंने कहा कि इतने सहयोगात्मक रवैए से कठिन परिश्रम हुआ कि 1 दिन भी शिकायत नहीं हुई। अधिकारियों ने इतनी रफ्तार एवं दक्षता के साथ पूरी लोकेशन का विवरण दिया कि बुंदेलखंड को फायदा मिले। रक्षामंत्री ने कहा कि भारत दुनिया में रक्षा खरीद के मामले में शीर्ष से तीसरे स्थान पर है। मेटल (उप्र) के क्षेत्र में उत्तरप्रदेश धनी है। (भाषा)