रेलवे ने यात्रियों के सफर को आसान बनाने के लिए तत्काल टिकट उपलब्ध कराने की सुविधा प्रदान की हुई है, लेकिन अवैध सॉफ्टवेयरों के जरिए टिकटों की कालाबाजारी की जा रही थी, जिससे रेलयात्री बहुत परेशान थे। अब आरपीएफ ने शिकंजा कस दिया है और रेलवे ने अपने सिस्टम की सफाई कर इन सॉफ्टवेयरों को बाहर फेंक दिया है, जिससे अब शीघ्र और ज्यादा मात्रा में तत्काल टिकट मिल सकेंगे।
खबरों के मुताबिक, रेलवे एजेंटों को तत्काल टिकट बुक करने की अनुमति नहीं देता और पिछले 2 महीनों में आरपीएफ ने लगभग 60 अवैध एजेंटों को पकड़ा जो अवैध सॉफ्टवेयरों के जरिए टिकट बुक कर रहे थे। इस कार्रवाई के बाद यात्रियों के लिए अब तत्काल टिकट घंटों तक उपलब्ध होंगे।
रेलवे सुरक्षाबल (आरपीएफ) के महानिदेशक अरुण कुमार के अनुसार, इससे पहले विंडो खुलते ही मिनटों में गायब हो जाने वाले तत्काल टिकट अब आईआरसीटीसी की वेबसाइट पर घंटों तक भी बुक हो रहे हैं। रेलवे ने अपने सिस्टम में सेंध लगाने वाले अवैध एएनएमएस, मैक और जगुआर सॉफ्टवेयरों का उपयोग प्रतिबंधित कर दिया है।
यात्रा से 24 घंटे पहले सुबह 10 एसी व 11 बजे स्लीपर के तत्काल टिकट आईआरसीटीसी पर बुक होते हैं, लेकिन शिकायत बनी हुई थी कि कि यह बुकिंग बहुत मुश्किल से होती है।
एक यूजर को आईआरसीटीसी वेबसाइट पर टिकट बुक करने में औसतन 2.55 मिनट लगते हैं, जबकि गैरकानूनी सॉफ्टवेयर से एजेंट औसतन 1.48 सेकंड में टिकट बना रहे थे।