हाथरस हादसे के पीड़ितों के परिजनों से मिले राहुल गांधी, सरकार से की यह मांग

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

शुक्रवार, 5 जुलाई 2024 (11:02 IST)
Rahul Gandhi in Hathras : लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार सुबह हाथरस और अलीगढ़ जाकर  हाथरस हादसे के पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि प्रशासन से कुछ तो चूक हुई है। कांग्रेस नेता ने पीड़ितों के परिजनों के लिए ज्यादा से ज्यादा मुआवजे की मांग की। ALSO READ: Hathras stampede case : 100 करोड़ संपत्ति के स्वामी नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा, जानिए UP में स्थित 24 आश्रमों की सचाई
 
राहुल गांधी आज सुबह दिल्ली से सड़क मार्ग से अलीगढ़ के पिलखना पहुंचे। यहां वह हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों से मिले। इसके बाद वह हाथरस में नवीपुर खुर्द, विभव नगर स्थित ग्रीन पार्क पहुंचे और पीड़ितों के परिजनों से मुलाकात की।
 
ज्यादा मुआवजे की मांग : शोक संतप्त परिवारों से मिलने के बाद कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि दुख की बात है। बहुत परिवारों को नुकसान हुआ है। काफी लोगों की मृत्यु हुई है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं राजनीतिक नजरिए से बात नहीं करना चाहता, लेकिन प्रशासन की ओर से कुछ चूक हुई है।
 
उन्होंने कहा कि मुआवजा सही मिलना चाहिए। मैं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से विनती करता हूं कि दिल खोलकर मुआवजा दें। मुआवजा जल्दी से जल्दी देना चाहिए...परिवारवालों से मेरी बातचीत हुई है।
 
परिजनों से क्या बोले राहुल गांधी : राहुल गांधी ने मृतकों के परिजनों से पूछा कि यह घटना कैसे हुई? आपके परिवार के कितने लोग मारे गए हैं? उन्होंने यह भी कहा कि वह हमारी मदद करने की पूरी कोशिश करेंगे, और सरकार से बात करेंगे क्योंकि उनकी पार्टी सत्ता में नहीं है।
 
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले के फुलरई गांव में 2 जुलाई को एक धार्मिक कार्यक्रम के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई तथा कई अन्य घायल हो गए। इस घटना में जान गंवाने वाले लोगों में 17 अलीगढ़ से और 19 लोग हाथरस से थे।
 
पुलिस ने इस मामले में आयोजन समिति से जुड़े 6 सेवादारों को गिरफ्तार किया है। वहीं इस घटना के मुख्य आयोजक-मुख्य सेवादार की गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए के इनाम की घोषणा की गई है। 
 
उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस में हुई भगदड़ की घटना की जांच के लिए उच्च न्यायालय के एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग का गठन किया, जो इस संभावना की भी जांच कर रहा है कि धार्मिक सभा में मची भगदड़ के पीछे कोई साजिश तो नहीं थी। 
Edited by : Nrapendra Gupta 

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