सिंह ने संसद में फरवरी 1994 में पारित एक प्रस्ताव का उल्लेख किया जिसमें कहा गया था कि गिलगित-बल्तिस्तान समेत पूरा पीओके भारत का हिस्सा है। सिंह ने कहा कि हम एक अलग देश बनने के बाद पाकिस्तान के अस्तित्व का सम्मान करते हैं। लेकिन इसका यह मतलब नहीं है कि वह जो चाहे कहता रहेगा और योजनाबद्ध तरीके से कश्मीर पर बयान देता रहेगा।