विजयवर्गीय के नंदानगर स्थित निवास से 'काकीजी' के नाम से विख्यात श्रीमती अयोध्या देवी की शवयात्रा सुबह 11 बजे निकली। उसके पूर्व उनके अंतिम दर्शन के लिए नंदानगर क्षेत्र में हजारों लोग पहुंचे। नंदानगर से मालवा मिल मुक्तिधाम तक के रास्ते में जगह-जगह मंच लगाकर उन पर पुष्पवर्षा कर शद्धांजलि दी गई। कई स्थानों पर महिलाओं के आंसू नहीं थम रहे थे।
दोपहर बाद उनका दाह संस्कार किया गया, जहां कैलाश विजयवर्गीय ने मुखाग्नि दी। शोक व्यक्त करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज खान और राष्ट्रीय उपाध्यक्ष प्रभात झा भी दिल्ली से पहुंचे। शोकसभा में मप्र सरकार की तरफ से विश्वास सारंग, राजनीतिक दलों की तरफ से अंतरसिंह दरबार, कृपाशंकर शुक्ला के अलावा संघ की तरफ से कृष्णकुमार अष्ठाना ने श्रद्धांजलि अर्पित की। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भोपाल से निधन पर शोक व्यक्त किया।
संभागायुक्त राघवेंद्र सिंह, डीआईजी हरिनारायण चारी ने भी पुष्प अर्पित करके श्रद्धांजलि दी। इंदौर की सांसद और लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन, महापौर मालिनी गौड़, मंत्री दीपक जोशी, कलेक्टर निशांत वरवड़े ने विजयवर्गीय के नंदानगर स्थित निवास पर जाकर शोक व्यक्त किया।
मालवा मिल मुक्तिधाम पर हजारों लोगों में शहर के पत्रकार, शिक्षाविद, व्यवसायी वर्ग के लोग मौजद मौजूद थे। चूंकि विजयवर्गीय की माताजी का आग्रह था कि मृत्यु को महोत्सव की तरह मनाएं, लिहाजा परिवार भी उनकी इच्छानुसार ही कार्य करेगा। शवयात्रा में बैंडबाजों पर रामधुन और भजन मंडलियां भजन गाते चल रही थीं और मुक्तिधाम में भी भजन गाए गए।