फेस्टिव ऑफ पीस कंसर्ट में राहुल मुश्किल से पांच मिनट बोले। इसके बाद उन्होंने संगीत बैंड्स का आनंद लिया, जिसने 4,000 से ज्यादा की भीड़ को रोमांचित किया। कड़ाके की सर्दी के बावजूद वह इस कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे थे।
गांधी ने कहा, ‘हम जब अपनी विविधता में एक साथ खड़े होते हैं तो हम मजबूत होते हैं। हमारी विविध संस्कृति, अलग-अलग भाषाएं और सोचने के विभिन्न तरीके ही भारत की शक्ति है।’
गांधी ने युवाओं से आग्रह किया कि एक दूसरे का सम्मान एवं प्रेम करें जिससे देश मजबूत होगा। उन्होंने कहा, ‘जब हम एक-दूसरे से लड़ते हैं और घृणा फैलाते हैं तो हम अपने देश को मजबूत नहीं कर रहे होते हैं, बल्कि इसे कमजोर करते हैं और अपने लोगों, अपने इतिहास और भविष्य का अपमान करते हैं।’
लोगों से अपनी विरासत, भाषा और धर्म पर गर्व करने का आह्वान करते हुए, कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘हमें आप सबपर गर्व है और हम आपके सोचने के तरीके का बचाव करेंगे।’