रफेल नडाल को हराकर जोकोविच विम्बलडन के फाइनल में पहुंचे

Webdunia
शनिवार, 14 जुलाई 2018 (20:34 IST)
लंदन। पूर्व नंबर 1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने मौजूदा नंबर 1 स्पेन के राफेल नडाल को 5 सेटों के संघर्षपूर्ण मुकाबले में शनिवार को 6-4, 3-6, 7-6, 3-6, 10-8 से हराकर विंबलडन टेनिस चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश कर लिया, जहां रविवार को उनकी टक्कर दक्षिण अफ्रीका के मैराथन मैन केविन एंडरसन से होगी।

 
 
एंडरसन ने अमेरिका के जॉन इस्नर को विंबलडन के इतिहास के सबसे लंबे सेमीफाइनल में शुक्रवार को 7-6, 6-7, 6-7, 6-4, 26-24 से हराकर पहली बार पुरुष वर्ग के फाइनल में प्रवेश किया था नडाल और जोकोविच का दूसरा सेमीफाइनल शुक्रवार को अधूरा रह गया था। शुक्रवार को मैच रुकने के समय 3 बार के चैंपियन जोकोविच 6-4, 3-6, 7-6 से आगे थे। शनिवार को खेल शुरू होने पर नडाल ने तेजी दिखाई और चौथा सेट 6-3 से निपटा दिया।

 
 
निर्णायक सेट एक बार फिर लंबा खिंच गया। एंडरसन और इस्नर के बीच निर्णायक सेट का फैसला 26-24 पर हुआ जबकि इससे पहले एंडरसन और रोजर फेडरर के बीच निर्णायक सेट 13 -11 पर समाप्त हुआ था। जोकोविच और नडाल के बीच निर्णायक सेट जोकोविच ने 10-8 से जीतकर मैच 5 घंटे 14 मिनट में समाप्त किया। 3 बार के विंबलडन चैंपियन जोकोविच ने 2 बार के चैंपियन नडाल के खिलाफ अब अपना रिकॉर्ड 27-25 पहुंचा दिया है। जोकोविच ने इस जीत से नडाल से ग्रैंडस्लैम सेमीफाइनल में 4 पराजयों का बदला भी चुका लिया।
 
 
2011 के बाद से अपने पहले विंबलडन फाइनल की तलाश में लगे फ्रेंच ओपन चैंपियन नडाल की 2009 में यूएस ओपन के सेमीफाइनल में जुआन मार्टिन डेल पोत्रो से सेमीफाइनल में हारने के बाद यह पहली ग्रैंडस्लैम सेमीफाइनल हार है। 12वीं सीड सर्बियाई खिलाड़ी ने इस जीत से 5 सेट के मैचों में अपना शानदार रिकॉर्ड बरकरार रखा, जो अब 30-9 पहुंच गया है। जोकोविच अब चौथे विंबलडन और 13वें ग्रैंडस्लैम खिताब के लिए एंडरसन से भिड़ेंगे।
 
 
इससे पहले एंडरसन ने इस्नर से 6 घंटे 36 मिनट तक चला मुकाबला जीता, जो विंबलडन के इतिहास में सबसे लंबा सेमीफाइनल बन गया। दोनों खिलाड़ी योद्धाओं की तरह एक-दूसरे को हराने के लिए जूझते रहे और आखिरी सेट तो 2 घंटे 55 मिनट तक चला। पॉवर गेम और जबरदस्त सर्विस के इस मुकाबले में एंडरसन ने 49वें गेम में जाकर इस्नर की सर्विस तोड़ी और 50वें गेम में अपनी सर्विस बरकरार रख ऐतिहासिक मुकाबला जीत लिया। एंडरसन इसके साथ ही 97 वर्षों में विंबलडन के फाइनल में पहुंचने वाले दक्षिण अफ्रीका के पहले खिलाड़ी बन गए।
 
 
इस्नर ने 2010 में निकोलस माहुत के खिलाफ पहले दौर में 11 घंटे 5 मिनट और 3 सेकंड तक चला मुकाबला खेला था। उस मुकाबले के आखिरी सेट का स्कोर 70-68 था जिसे इस्नर ने जीता था। अब उनका एंडरसन के साथ मुकाबला 6.30 घंटे तक खिंच गया लेकिन इसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा। एंडरसन ने इससे पहले क्वार्टर फाइनल में गत चैंपियन रोजर फेडरर को 4 घंटे 14 मिनट में हराया था। इस तरह एंडरसन 2 दिन में 2 मैचों में 10 घंटे और 50 मिनट कोर्ट पर गुजार चुके हैं और अब फाइनल के लिए उन्हें खुद को जल्द से जल्द ताजा दम कर लेना होगा।
 
 
मैराथन सेमीफाइनल का पहला सेट 63 मिनट, दूसरा सेट 54 मिनट, तीसरा सेट 61 मिनट, चौथा सेट 43 मिनट और 5वां सेट 175 मिनट तक चला। 6 फुट 8 इंच लंबे एंडरसन और 6 फुट 10 इंच लंबे इस्नर के बीच मुकाबले में 3 सेट टाईब्रेक तक खींचे और मैच में कुल 102 ऐस लगाए गए। एंडरसन ने 49 और इस्नर ने 53 ऐस मारे। एंडरसन ने 129 और इस्नर ने 118 विनर्स लगाए। एंडरसन ने 50वें गेम में अपनी सर्विस पर इस्नर की चुनौती का जैसे ही अंत किया, दर्शकों ने भी राहत की सांस ली और तालियां बजाकर इन 2 योद्धाओं का अभिवादन किया। एंडरसन से पहले दक्षिण अफ्रीका के ब्रायन नॉर्टन 1921 में विंबलडन फाइनल में पहुंचे थे। (वार्ता)

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