सिंधु ने पुलेला गोपीचंद के मुख्य कोच रहते हुए रियो ओलंपिक 2016 में रजत पदक जीता था। इस साल फरवरी में वह अपने कोरियाई कोच पार्क ताए सांग से अलग हो गई थी, जिनके रहते हुए उन्होंने तोक्यो ओलंपिक खेलों में कांस्य पदक जीता था।
अपने करियर के सबसे खराब दौर से गुजर रहीं है पीवी सिंधू
सिंधू 2019 में विश्व चैम्पियन बनी थी । वह इस साल बीडब्ल्यूएफ टूर के सात प्रतियोगिताओं में पहले दौर में हारकर बाहर हो गयी। मौजूदा सत्र में वह कनाडा ओपन के सेमीफाइनल और अमेरिका ओपन तथा ऑस्ट्रेलिया ओपन के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में सफल रही।लगातार खराब प्रदर्शन से परेशन सिंधू ने कहा था कि अमेरिकी ओपन के क्वार्टर फाइनल में हार का उन पर काफी भावनात्मक प्रभाव पड़ा था।
जापान ओपन बैडमिंटन टूर्नामेंट में चीन की झेंग यी मान के खिलाफ सीधे गेम में हार पीवी सिंधू विश्व रैंकिंग में भी 17वें स्थान पर लुढ़क गई ।इस भारतीय खिलाड़ी को इस साल 13 बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर प्रतियोगिताओं में सातवीं बार पहले दौर में शिकस्त झेलनी पड़ी है।(भाषा)