अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान का मानना है कि न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी टीमों को हराने के बाद पहली बार टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करना बहुत बड़ी उपलब्धि है जिससे स्वदेश में युवा खिलाड़ी प्रेरित होंगे।वर्ष 2017 में ही आईसीसी के पूर्ण सदस्य बने अफगानिस्तान ने यहां बांग्लादेश को हराकर पहली बार टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल के लिए क्वालीफाई करके इतिहास रचा।
राशिद ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेंस में कहा, मुझे लगता है कि सेमीफाइनल में जगह बनाने से स्वदेश में युवाओं को काफी प्रेरणा मिलेगी। अफगानिस्तान की टीम ने पहली बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है।
उन्होंने कहा, हमने अंडर 19 स्तर पर ऐसा किया है लेकिन इस स्तर पर हम पहले ऐसा नहीं कर पाए हैं। यहां तक कि हमने सुपर आठ में भी पहली बार जगह बनाई और फिर सेमीफाइनल में पहुंचे।
बांग्लादेश के खिलाफ जीत के बाद स्वदेश में आफगानिस्तान की एतिहासिक जीत का जश्न मनाते हुए प्रशंसकों की तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए।
इस उपलब्धि के साथ अफगानिस्तान ने दिखाया कि उन्होंने सफेद गेंद के प्रारूपों में कितनी प्रगति की है। पिछले साल के एकदिवसीय विश्व कप में उन्होंने गत चैंपियन इंग्लैंड और पूर्व चैंपियन श्रीलंका तथा पाकिस्तान को हराया था। टी20 विश्व कप में भी टीम ने शानदान प्रदर्शन जारी रखते हुए न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसी बड़ी टीमों को हराया।
राशिद ने कहा, पूरे टूर्नामेंट में अब तक हमने जो क्रिकेट खेला है- मुझे लगता है कि हम सेमीफाइनल में जगह बनाने के हकदार हैं। जिस तरह सभी खिलाड़ियों ने जिम्मेदारी ली और टीम के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया।
उन्होंने कहा, इसलिए मुझे नहीं पता कि मैं अपने अहसास को कैसे बयां करूं लेकिन सेमीफाइनल में जगह बनाना एक टीम और एक देश के रूप में हमारे लिए बहुत बड़ी उपलब्धि है और अब हम सेमीफाइनल को लेकर उत्सुक हैं।
सेमीफाइनल में अफगानिस्तान का सामना टूर्नामेंट में अब तक अजेय दक्षिण अफ्रीका से होगा। दक्षिण अफ्रीका को हालांकि प्रतियोगिता में कई बार मुश्किलों का सामना करना पड़ा, विशेषकर नेपाल के खिलाफ, जो अंतिम समय पर लड़खड़ा गया और एक रन से हार गया।
बांग्लादेश के खिलाफ मैच के दौरान एक ऐसा क्षण आया जब ट्रॉट ने खिलाड़ियों को धीमी गति से खेलने का संकेत दिया और गुलबदीन नैब नाटकीय ढंग से पीठ के बल गिर पड़े और अपनी जांघ पकड़ ली। लेकिन कुछ ही मिनटों बाद यह ऑलराउंडर ना केवल मैदान पर वापस आ गया बल्कि उसने तंजीम हसन का विकेट भी लिया जिससे कई पूर्व खिलाड़ियों और कमेंटेटरों ने उनकी परेशानी की वास्तविकता पर सवाल उठाए।
राशिद ने हालांकि इस घटना को अधिक तवज्जो नहीं दी।उन्होंने कहा, उसे कुछ ऐंठन थी, मुझे नहीं पता कि उसे क्या हुआ और मुझे नहीं पता कि सोशल मीडिया पर क्या चल रहा है लेकिन इससे कोई फर्क नहीं पड़ता - यह अंत में मैदान में लगी चोट है जो लगती रहती है और फिर हमने कोई ओवर नहीं गंवाया, बारिश आई और हम बस चले गए, यह ऐसा कुछ नहीं है जिससे खेल में बहुत बड़ा अंतर आया हो।
अफगानिस्तान के कप्तान ने कहा, हम पांच मिनट के बाद मैदान पर वापस आए और कोई बहुत बड़ा अंतर नहीं था। मेरे लिए यह बस एक छोटी सी चोट की तरह है। (भाषा)