काम की बात : कैसे होता है Short circuit , क्या रखें सावधानियां
प्रथमेश व्यास
इन 8 तरीकों से रोका जा सकता है शॉर्ट सर्किट का खतरा
जीवन में एक ना एक बार हम सभी का सामना अपने घरों या ऑफिसों में होने वाले शॉर्ट सर्किट से जरूर हुआ होगा। ये समस्या कभी भी आ जाती है, और इससे निपटने के लिए इलेक्ट्रीशियन को बुलाना पड़ता है। कभी-कभी शॉर्ट सर्किट की वजह से हमें कई घंटों तक बिना बिजली के रहना पड़ता है। ये समस्या गर्मियों में ज्यादा देखने को मिलती है। तो आइए, जानते हैं कि किन कारणों से इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट होता है और ऐसी क्या सावधानियां रखी जाए जिससे हमारे घरों शॉर्ट सर्किट ना हो -
इलेक्ट्रिक शॉर्ट सर्किट कैसे होता है -
हम सभी जानते हैं घर के इलेक्ट्रिकल सर्किट में एकदम से ज्यादा ज्यादा करंट फ्लो होने लगता है, जिससे तारों का इंसुलेशन मटेरियल आग पकड़ लेता है, और दोनों तार आपस में चिपक जाते है, इसी वजह से शॉर्ट सर्किट की समस्या आती है।
किन कारणों से होता है शॉर्ट सर्किट:
1. जब एक ही सॉकेट में कई सारे उपकरण जुड़े होते हैं या कम पावर वाले सॉकेट में हाई वोल्टेज वाले उपकरण जोड़ दिए जाते हैं, तब तारों में बिजली का फ्लो एकदम से बढ़ जाता है, जो शॉर्ट सर्किट का मुख्य कारण बनता है।
2. यदि सर्किट में प्रयुक्त तारों का इंसुलेशन जल जाता है या उपयोग किए जाने वाले उपकरण के दोषपूर्ण होने के कारण लाइव तार और न्यूट्रल तार सीधे संपर्क में आते जाते हैं, तो सर्किट में करंट बढ़ जाता है और शॉर्ट सर्किट होता है।
शॉर्ट सर्किट को कैसे रोका जाए :
1. उपयोग के बाद उपकरणों के प्लग को सॉकेट से निकाल दें।
2. प्लग को निकालते समय सॉकेट को दूसरे हाथ से पकड़कर रखें।
3. उपकरणों के प्लगों और बिजली के तारों को पानी और आग से दूर रखें।
4. एक ही सॉकेट में ज्यादा उपकरणों को इस्तेमाल करने के लिए मल्टी प्लग का उपयोग करें।
5. एसी, फ्रिज, वाशिंग मशीन आदि उपकरणों के प्लग 16 एम्पेयर के पावर सॉकेट में ही लगाएं।
6. ऐसे उपकरणों को सुधरवाएं या उपयोग ना करें, जिनकी केबल डैमेज हो।
7. कभी भी केबल को कारपेट या रग आदि के नीचे ना फैलाएं।
8. ऐसे सॉकेट को बदलवा दें या उनका उपयोग ना करें, जिनपर जलने के निशान हो या जिनमे से गंध आ रही हो।