रूड़की/बुलंदशहर (उत्तरप्रदेश)। प्रेम ऋतु में युवा दिलों की धड़कन बढ़ जाती है। प्रेमी युगल एक-दूसरे को रिझाने के लिए तरह-तरह के जतन करते है। भारत में बसंत के साथ फागुन आता है और रंग, अबीर-गुलाल के साथ खेतों में दूर-दूर तक फैली पीली सरसों, बगीचों में रंग-बिरंगे फूल धीमे-धीमे फागुन की बयार की खुमारी जवां दिलों में धड़कती नजर आती है, वहीं पाश्चात्य संस्कृति में वैलेंटाइन वीक मनाया जाता है।
हालांकि यशांसी खुद पायलट हैं और उनके लिए आसमान की उड़ान कोई नई बात नहीं है, लेकिन पति ने विदाई के समय हेलीकॉप्टर से सरप्राइज विदाई करवाई जिसके चलते वे फूली नहीं समा रही हैं, वहीं लोकेंद्र का कहना है कि अपनी कॉमर्शियल पायलट पत्नी के लिए यह करना तो बनता ही है।
इस नवदंपति को लेकर हेलीकॉप्टर बुलंदशहर के चोला चौराहे के 5 बीघे में बने एक हेलीपैड पर उतरा। नवयुगल को.देखने के लिए ग्रामीणों का तांता लग गया। परिजनों ने दूल्हा दुल्हन का जोरदार स्वागत किया। चोला थाना प्रभारी पूनम जादौन सब इंस्पेक्टर धर्मपाल सिंह अपनी टीम के साथ हैलीपेड की सुरक्षा व्यवस्था के लिए मौजूद रहे।