UP Monsoon Session : उत्तरप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन मंगलवार को सदन में गच्चा देने (धोखा देने) को लेकर सत्तापक्ष और विपक्ष ने एक दूसरे पर खूब तंज किए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सपा के वरिष्ठ सदस्य शिवपाल सिंह यादव को लक्ष्य करते हुए नेता प्रतिपक्ष से कहा कि आपने चाचा को गच्चा दे ही दिया। वहीं इस पर शिवपाल सिंह यादव ने योगी को जवाब देते हुए कहा कि देख लेना 2027 में सपा सत्ता में आएगी और आपके जो डिप्टी चीफ मिनिस्टर हैं, वे आपको फिर गच्चा देंगे।
योगी ने शिवपाल सिंह यादव पर तीखे तीर चला दिए : सदन में प्रश्नकाल के दौरान मुख्यमंत्री तथा नेता सदन योगी आदित्यनाथ सपा सदस्य के महिला और बच्चों के साथ अपराध के प्रश्न पर जब अपना वक्तव्य दे रहे थे तो नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय ने उनसे एक पूरक प्रश्न पूछा। जवाब में योगी ने उन्हें (माता प्रसाद पांडेय) नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने की बधाई देते हुए नाम लिए बगैर सपा प्रमुख अखिलेश यादव और उनके चाचा शिवपाल सिंह यादव पर तीखे तीर चला दिए।
योगी ने सदन में तंज कसते हुए नेता प्रतिपक्ष से कहा कि आपके चयन के लिए बधाई देता हूं। ये अलग विषय है कि आपने चाचा को गच्चा दे ही दिया। योगी ने कहा उनकी (शिवपाल सिंह यादव) नियति ही ऐसी है, क्योंकि भतीजा (अखिलेश यादव) हमेशा भयभीत रहता है, लेकिन आप इस सदन के वरिष्ठ सदस्य हैं, मैं आपका सम्मान करता हूं।
इसलिए किया योगी ने यह तंज : योगी ने यह तंज इसलिए किया, क्योंकि सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने चाचा शिवपाल यादव को नेता प्रतिपक्ष न बनाकर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष और 7 बार के विधायक माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष के लिए चयनित किया।
हालांकि बाद में सपा सदस्य संग्राम सिंह यादव ने प्रतिरोध करते हुए कहा कि गच्चा देना असंसदीय शब्द है, इसे कार्यवाही से बाहर किया जाए। अध्यक्ष सतीश महाना ने हस्तक्षेप किया और बोले कि ऐसी बातें होती रहती हैं। इस बीच शिवपाल सिंह यादव ने योगी को जवाब देते हुए कहा कि हमें गच्चा नहीं मिला, पांडेयजी बहुत वरिष्ठ हैं, हम लोग समाजवादी हैं!
यादव ने योगी से कहा कि 3 वर्ष हम तो आपके भी संपर्क में रहे तो गच्चा तो आपने भी दिया! उन्होंने कहा कि जब आपने गच्चा दिया तो इस चुनाव (लोकसभा चुनाव—2024) में आपकी पार्टी पीछे रह गई और सपा आगे हो गई। अब देख लेना 2027 में सपा फिर से (सत्ता में) आएगी और आपके जो डिप्टी चीफ मिनिस्टर हैं, वे आपको गच्चा दे देंगे!
अखिलेश यादव ने कन्नौज से सांसद चुने जाने के बाद विधानसभा की करहल (मैनपुरी जिला) सीट से इस्तीफा दे दिया जिससे नेता प्रतिपक्ष का पद खाली हो गया था। यादव ने रविवार को माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के लिए विधानसभा अध्यक्ष को पत्र प्रेषित किया था जिसकी रविवार को ही विधानसभा के प्रमुख सचिव की ओर से अधिसूचना जारी कर दी गई थी।(भाषा)