पूरी दुनिया में बाबा रामदेव से पहले शायद योग के बारे में और उसके महत्व के बारे में कोई नहीं जानता था। कहा जाता है योग 5000 वर्ष पूर्व से भारत में किया जा रहा है। लेकिन योग गुरु के नाम से मशहूर बाबा रामदेव ने योग को हर इंसान के जीवन का हिस्सा बना दिया है। आज बच्चे से लेकर बूढ़े लोग टीवी के माध्यम से योग सीखते हैं। भारत के साथ ही वह विदेशों में भी काफी लोकप्रिय है। 25 दिसंबर को बाबा रामदेव का जन्मदिन आइए जानते हैं उनके जीवन के कुछ प्रेरक बातें-
- झे आज भी याद है, बचपन के वो सुहाने दिन, वो मेरा गांव, तालाब में तैरने का वो आनंद, सब याद हैं, मुझे। लेकिन जब मैं कुछ बड़ा हुआ, तो मेरी ये पसंद बदल गई। तब मन में न तो वो गांव रहा, न ही कोई बगीचा, न ही कोई खेल। मुझे बस पढ़ना और योगभ्यास करना ही अच्छा लगने लगा। इसलिए मै जा पहुंचा खानपुर गुरुकुल।
- प्राणायाम कार्यक्रम के दौरान वह 7 प्रकार से साँस लेने का अभ्यास (अनुक्रम में) करते हैं, जैसे कि- भस्त्रिका प्राणायाम, बाह्य प्राणायाम, कपालभाती प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, उद्गीथ प्राणायाम और प्रणव प्राणायाम, अनुलोम विलोम प्राणायाम।
- बाबा रामदेव कहते हैं ''दृढ़ता रखो, जिद नहीं। बहादुर बनो, जल्दबाजी नहीं। दया रखो, लेकिन कमजोरी नहीं।