Yoga: योग हमारे शरीर को स्वस्थ रखने में जितना कारगर है उतना ही यह हमें मानसिक रूप से भी स्वस्थ रखता है। योग हमारे तनाव को कम करने में भी है मददगार साथ ही योग की मदद से हम अपने विचारों को खुद पर हावी होने से रोक सकते हैं। योग करने से मन में किसी भी प्रकार की उथल- पुथल नहीं होती है साथ ही हमारा मन शांत और स्थिर रहता है। आइये इस आर्टिकल में जानते है ऐसे पांच योगासन के बारे में जो आपके दिमाग को तीव्र करने में आपकी मदद करते हैं।
तनाव को कम करता है प्राणायाम : यदि नियमित तौर पर प्राणायाम का अभ्यास किया जाए तो दिमाग में तनाव नहीं होता है साथ ही आप अपनी पढ़ाई पर अच्छी तरह ध्यान केंद्रित कर पाते हैं। प्राणायाम करने के लिए सांस को धीमी गति से अंदर खींचकर फिर उसे धीमी गति से ही बाहर छोड़ना होता है।
रीढ़ की हड्डी को सीधा रखता है दंडासन : दंडासन करने से रीढ़ की हड्डी सीधी रहती है और उसमें लचीलापन आता है। दंडासन करने के लिए सबसे पहले किसी किसी शांत जगह पर बैठ जाएं और दोनों पैरों को फैलाकर पास-पास रखें। ध्यान रहे कि आपके दोनों पैरों की उंगलियां आपकी ओर खिंची रहें। दोनों हाथों को सीधा करें और हथेलियों को जमीन पर कूल्हे के पास रखें। अपनी रीढ़ की हड्डी और गर्दन को सीधा रखें। सामने की ओर देखते हुए सांस को सामान्य रखें। कम से कम बीस सेकेंड तक दंडासन करने के बाद ही आप सामान्य अवस्था में आएं।
फ्लेक्सिबल बनाता है भुजंगासन : भुजंगासन आपके शरीर को फ्लेक्सिबल बनाने और पेट की चर्बी को कम करने में बहुत मदद करता है। सबसे पहले आप पेट के बल लेट जाएं। इसके बाद हथेली को कंधे के सीध में रखें। दोनों पैरों के बीच में दूरी नहीं होनी चाहिए तथा पैर तने हुए होने चाहिए। इसके बाद सांस लें और शरीर के अगले भाग को ऊपर की ओर उठाए साथ ही इस बात का ध्यान रखें कि आपके कमर पर अधिक खिंचाव न आये। कुछ सेकंड्स इसी अवस्था में बने रहे। फिर गहरी सांस छोड़ते हुए सामान्य अवस्था में आ जाए।
मानसिक तनाव दूर करता है एक पादासन : एक पादासन करने के लिए आप अपने दाएं पैर के घुटनों से मोड़कर बाएं पैर की जांघों पर रख दें। साथ ही दोनों हाथों को सिर के ऊपर ले जाकर प्रणाम की मुद्रा में आ जाएं। कुछ देर इसी अवस्था में रहने के बाद सामान्य अवस्था में वापस आ जाएं। एक पादासन को करने से मानसिक तनाव से निजात मिलता है और शरीर फुर्तीला हो जाता है।
दिमाग की शक्ति को बढ़ता है सुखासन : सुखासन योग करने में जितना अधिक आसान है उतना ही अधिक लाभदायक भी है। इसको करने से मानसिक और शारीरिक स्फूर्ति मिलती है। सुखासन करने के लिए सबसे पहले आप पालथी मारकर बैठ जाएं और पीठ को बिल्कुल सीधा रखें। इस आसन को करते समय आप अपने हाथों की मुद्रा पर विशेष ध्यान रखें। इस आसन को करने से दिमाग की शक्ति बढ़ती है।