उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र है और सभी को अपनी बातें रखने का पूरा अधिकार है। 'किसान महापंचायत' में मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर लोगों को केंद्र के तीन कृषि कानूनों के लाभ बताने वाले थे, लेकिन किसानों के विरोध के चलते उन्हें यह पंचायत रद्द करनी पड़ी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री ने कहा कि आंदोलन करने वाले नेताओं से कल बातचीत हो गई थी और फिर सहमति बनी थी कि वे सांकेतिक विरोध करेंगे, लेकिन कोई विरोध नहीं करेंगे। रैली में पांच हजार लोग उपस्थित थे। हमारे देश में एक मजबूत लोकतंत्र है और सभी को बात करने का अधिकार है।
हमने किसान नेताओं के बयानों, आंदोलनों को नहीं रोका। आंदोलन में कई तरह की सरकार ने व्यवस्था भी की है। यह अच्छा नहीं है कि लोकतंत्र में कोई किसी की बात को रोके। किसान का यह स्वाभव नहीं हो सकता है। इस तरह की घटना से उसकी बदनामी हुई है।'