27 अगस्त को CM शिवराज लाड़ली बहनों को देंगे तोहफा, 3 हजार रुपए तक होगी राशि
शुक्रवार, 11 अगस्त 2023 (12:23 IST)
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि लाड़ली बहना योजना एक सामाजिक क्रांति है। योजना में प्रतिमाह उपलब्ध कराया जा रहा एक हजार रुपए केवल पैसा नहीं, बहन-बेटियों का सम्मान है। बहन-बेटियों का आत्म-विश्वास और आत्म-सम्मान बढ़े, परिवार में उनका महत्व और समाज में उनका मान हो, इस उद्देश्य से ही यह योजना शुरू की गई है। योजना में बहनों को प्रतिमाह दी जा रही एक हजार रुपए की राशि को क्रमश: बढ़ाकर प्रतिमाह 3 हजार रुपए किया जाएगा। बहनों की आँखों में आँसू नहीं खुशियां होंगी, यह उनका अधिकार है। हम बहनों को 3 हजार रुपए प्रतिमाह देंगे। रक्षा बंधन के पर्व पर 27 अगस्त को पूरे प्रदेश की बहनों से संवाद के लिए विशेष कार्यक्रम होगा तथा बहनों को उपहार प्रदान किया जाएगा। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान रीवा में राज्य स्तरीय लाड़ली बहना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। कार्यक्रम से प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों और नगरीय क्षेत्रों के वार्डों से बहनें वर्चुअली जुड़ीं।
लाड़ली बहना सेना सदस्यों ने भेंट की विशाल राखी- मुख्यमंत्री ने राज्य स्तरीय सम्मेलन में पधारी लाड़ली बहनों का "बढ़े चलो लाड़ली बहना" गीत के साथ फूलों की वर्षा कर स्वागत किया। उन्होंने महिला सशक्तिकरण पर केंद्रित गीत के साथ कन्या-पूजन कर, लाड़ली बहनों का सम्मान किया। मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री को लाड़ली बहना सेना की सदस्यों ने अपने हाथों से बनाई विशाल राखी भेंट की। मुख्यमंत्री ने सिंगल क्लिक से प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख बहनों के खातों में लाड़ली बहना योजना की तीसरी किस्त के 1,209 करोड़ रूपए अंतरित किए।
महिला सशक्तिकरण के लिए प्रतिबद्ध है राज्य सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय समाज में प्राचीन काल से ही बहन-बेटियों की पूजा होती रही है। ऐतिहासिक रूप से बीच का कालखण्ड ऐसा आया जिसमें बेटियों के साथ भेदभाव होने लगा, बेटी को जन्म से ही अभिशाप और बेटे को कुल का दीपक और बुढ़ापे का सहारा माना जाने लगा। बेटियों के साथ अन्याय होने लगा और बेटियां कोख में ही मारी जाने लगी। इस पीड़ादायी और वेदना से भरी स्थिति को बदलने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध थी। बेटी को बोझ न समझा जाए, वह वरदान बनें इसी उद्देश्य से लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई। हमारा संकल्प था कि प्रदेश की धरती पर पैदा होने वाली बेटी लखपति पैदा हो। बहन-बेटियों के सशक्तिकरण के लिए पंचायत और नगरीय निकाय के चुनावों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की गई, पुलिस और शिक्षकों के पद भी महिलाओं के लिए आरक्षित किए गए। महिलाओं के नाम सम्पत्ति के पंजीयन में भी छूट दी गई।
लाड़ली बहना योजना से आत्मनिर्भर बनेंगी महिलाएं
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि महिला सशक्तिकरण के इसी क्रम में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना शुरू की गई है। प्रतिमाह बहन बेटियों को राशि उपलब्ध कराने का उद्देश्य यह है कि वे अपनी आवश्यकता और अपनी मर्जी के अनुसार बिना रोक-टोक के पैसा खर्च कर सकें। वे अपनी छोटी-छोटी जरूरतों के लिए किसी पर निर्भर नहीं रहें। गरीब और निम्न मध्यम वर्गीय परिवारों की महिलाओं के लिए यह बड़ी राहत है। योजना आरंभ होने के बाद कई बहनों ने इस पैसे से बच्चों की फीस भरी है, उन्हें कपड़े, किताब और अन्य जरूरत का सामान स्वयं खरीद कर दिया है। कई बहनें चाय की दुकान, सिलाई-कढ़ाई जैसे अपने काम आरंभ करने की दिशा में भी पहल कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने एक लाख 81 हजार जनजातीय बहनों के खातों में पोषण आहार के लिए आहार अनुदान योजना के 18 करोड़ 16 लाख रुपए सिंगल क्लिक से अंतरित किए। लाड़ली बहना योजना में पिछले 2 महीनों में बहनों के खाते में 2 हजार 419 करोड़ रुपए से अधिक की राशि जारी की गई है। इसी प्रकार विशेष पिछड़ी बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति की बहनों को अब तक 1,391 करोड़ रुपए से अधिक का आहार अनुदान दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने 161 करोड़ 35 लाख रुपए लागत के विकास कार्यों का भूमि-पूजन तथा लोकार्पण किया। प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रहट विकासखंड रीवा में नवीन 30 बिस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भवन एवं 2 एफ, 2 जी एवं 2 एच टाइप आवास गृहों के निर्माण कार्य, माधो सदाशिवराव डिग्री कॉलेज रीवा में 6 व्याख्यान कक्ष का निर्माण, श्यामशाह चिकित्सा महाविद्यालय में बालक-बालिक पीजी सीटस् वृद्धि, कोल भवन का निर्माण, जिला पंचायत अतिरिक्त भवन निर्माण, रीवा सिरमोर मेन रोड से गर्गन टोला मार्ग का निर्माण, सिरमोर मेन रोड से मलेहान टोला बाया तिबरियान टोला से सगरा मार्ग निर्माण, रीवा मनकहारी रोड से हरिहरपुर एप्रोच मार्ग निर्माण, जेपी मोड़ से ग्राम दुआरी, दुबारी-तुर्करा-बनकुईया रोड से श्रद्धानगर करिहा रेलवे स्टेशन रीवा रोड के विकास कार्यों का भूमि-पूजन किया गया।
मुख्यमंत्री ने शासकीय स्वामी विवेकानंद कॉलेज का निर्माण एवं जिर्णोद्धार, माधव सदाशिव कॉलेज रीवा में नवीन निर्माण एवं जीर्णोद्धार, शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय नवीन निर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य, शासकीय कन्या पीजी कॉलेज रीवा नवीन निर्माण एवं जीर्णोद्धार कार्य, उत्कृष्ट विद्यालय में 100 सीटर बालिका छात्रावास का निर्माण, जिला स्तरीय उत्कृष्ट विद्यालय 100 सीटर बालक छात्रावास का निर्माण, श्यामशाह चिकित्सा शिक्षा महाविद्यालय रीवा में 100 से 150 सीट वृद्धि- 250 सीटस् यू.जी. कन्या, 100 सीटर इंनटर्न बालक, 100 सीटर इनटर्न बालिका छात्रावास का निर्माण, भावरा से खम्हरिया चोबान सड़क निर्माण, एनएच-37 से कंचनपुर मार्ग निर्माण, मडी से उमरी मार्ग निर्माण का लोकार्पण किया गया।
मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं और जन-कल्याणकारी कार्यक्रमों के हितग्राहियों को हितलाभ भी वितरित किए। मुख्यमंत्री ने लक्ष्मी स्व-सहायता समूह की श्रीमती मनीषा साकेत एवं समूह की सदस्यों को लिफ्ट मिक्चर मशीन और सेंटरिंग व्यवसाय के लिए 5 लाख 56 हजार रुपए, मुख्यमंत्री उद्यम क्रांति योजना में मंजू पाण्डेय को 9 लाख रुपए के ट्रेडर्स वर्क्स और पीएम स्वनिधि में पूजा गुप्ता को पूजन सामग्री व्यवसाय के लिए 50 हजार रुपए के चेक तथा श्री सुनील पटेल को मुख्यमंत्री युवा अन्नदूत योजना के वाहन की चाबी भेंट की।
विंध्य क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा कि विंध्य क्षेत्र के विकास में कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। बिजली, सड़क, पानी, सिंचाई, शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्यों से अंचल का समग्र विकास हुआ है। रीवा आगमन पर हुए स्वागत, लोगों के स्नेह, उत्साह और आत्मीयता से अभिभूत होकर मुख्यमंत्री ने कहा कि विंध्य क्षेत्र से अभूतपूर्व आशीर्वाद प्राप्त हुआ।