कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा आज से शुरु हो रही है। 150 दिनों चलने वाली कांग्रेस पार्टी की भारत जोड़ो पदयात्रा कन्याकुमारी से शुरु होकर कश्मीर में खत्म होगी। तय कार्यक्रम के मुताबिक भारत जोड़ो यात्रा आज शाम 5 बजे कन्याकुमारी से शुरु होगी। यात्रा की शुरुआत से पहले आज सुबह राहुल गांधी श्रीपेरंबदूर में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की समाधि स्थल पर हुई प्रार्थना सभा में शामिल हुए। राहुल गांधी कन्याकुमारी में पार्टी की रैली में शामिल होंगे जहां राहुल गांधी को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल राहुल गांधी खादी का राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा सौंप कर यात्रा की शुरुआत करेंगे। आखिर भारत जोड़ो यात्रा क्या है और यात्रा के पीछे का मकसद क्या है आइए इसको विस्तार से समझते है।
क्या है भारत जोड़ो यात्रा?- भारत जोड़ो एक पदयात्रा है जिसका आयोजन कांग्रेस पार्टी कर रही है। भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने वालों को भारत पदयात्री के नाम से जाना जाएगा। भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी के साथ 119 भारत यात्री शामिल हो रहे है। भारत जोडो यात्रा में राहुल गांधी के साथ 100 पदयात्री ऐसे होंगे जो शुरु से लेकर आखिर तक यात्रा में चलेंगे। भारत जोड़ो यात्रा कन्याकुमारी से शुरू होकर 12 राज्यों के साथ दो केंद्र शासित प्रदेश से 150 दिनों में गुज़रते हुए जम्मू-कश्मीर में खत्म होगी। इस दौरान यात्रा 3,500 किलोमीटर से अधिक का सफर तय करेगी।
भारत जोड़ो यात्रा क्यों?-कांग्रेस पार्टी के मुताबिक यात्रा का उद्धेश्य भारत को एक सूत्र में जोड़ना है। कांग्रेस का कहना है कि देश में मौजूदा आर्थिक विषमताओं, सामाजिक ध्रुवीकरण और राजनीतिक केंद्रीकरण की समस्याओं और विचारधाराओं की लड़ाई के कारण देश बंट गया है। भारत जोड़ो यात्रा के लेकर प्रियंका गांधी ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा की जरूरत है क्योंकि देश में नकारात्मक राजनीति की जा रही है और लोगों के वास्तविक मुद्दों पर चर्चा नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि यात्रा का उद्देश्य महंगाई और बेरोजगारी जैसे लोगों के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करना है।
कांग्रेस पार्टी का दावा है कि भारत जोड़ो यात्रा में समाज के हर वर्ग के हजारों लोग एक साथ चलते हुए दिखाई देंगे। इसके साथ भारत जोड़ो यात्रा में विविधता में एकता की झलक स्पष्ट दिखाई देगी। कांग्रेस ने देशवासियों को भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने की अपील की है।
एक दिन में कितना चलेगी यात्रा?-भारत जोड़ो यात्रा के एक दिन में 22-23 किलोमीटर की पैदल यात्रा तय करेगी। यात्रा दिन में दो चरणों में चलेगी। पदयात्रा सुबह 7 बजे से शुरू होकर और सुबह 10 बजे तक चलेगी। वहीं दोपहर 3.30 बजे से शाम 7 बजे तक यह यात्रा चलेगी।
भारत जोड़ो यात्रा अलग-अलग जगहों पर बने कैंप कार्यालयों पर रुकेगी जहां खाने आदि की व्यवस्था होगी। हर तीन दिन के बाद यह यात्रा कैंप साइट पर रुकेगी। भारत जोड़ो यात्रा के सभी यात्री 59 कंटेनर में सोएंगे जोकि ट्रक पर बने हैं। एक कंटेनर में अधिकतम 12 लोग ठहर सकते हैं।
कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा की खास बात यह है कि जिन प्रदेशों से यह यात्रा नहीं गुजर रही है, उसके 100-100 लोग इसमें शामिल होंगे, ये लोग अतिथि यात्री होंगे। जिन प्रदेशों से यात्रा गुजरेगी उनसे 100-100 यात्री शामिल होंगे, ये प्रदेश यात्री होंगे। भारत जोड़ो यात्रा एक समय इसमें 300 पदयात्री शामिल रहेंगे।
पदयात्रा से तैयार होगी भविष्य की कांग्रेस?- राहुल गांधी की अगुवाई में हो रही पदयात्रा में अधिकांश कांग्रेस के युवा चेहरे शामिल हो रहे है। इस यात्रा में सर्वाधिक आयु 58 वर्ष विजेंद्र सिंह महलावत की है जबकि सबसे युवा 25 साल के अजाम जोंबला हैं जोकि अरुणाचल प्रदेश के हैं। भारत जोड़ो यात्रा के कुल 119 भारत पदयात्री में 28 महिलाएं भी शामिल है।
अगर यात्रा में शामिल होने वाले चेहरों की बात करें तो इसमें कांग्रेस पार्टी के मीडिया एवं प्रचार प्रमुख पवन खेड़ा, पार्टी के संचार विभाग के सचिव वैभव वालिया, युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय मीडिया प्रमुख राहुल राव, पंजाब के पूर्व मंत्री विजय इंदर सिंघला, भारतीय युवा कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष केशव चंद यादव, पूर्व महासचिव सीताराम लांबा और उत्तराखंड महिला कांग्रेस की अध्यक्ष ज्योति रौतेला और कन्हैया कुमार भी बतौर भारत यात्री के तौर पर शामिल होंगे। इस सूची में उत्तर प्रदेश से 10, मध्य प्रदेश से 10, महाराष्ट्र से नौ, राजस्थान से नौ,तमिलनाडु से तीन भारत यात्री होंगे।
मध्यप्रदेश से भारत जोड़ो यात्रा में 10 युवा नेता शामिल हो रहे है। इनमें अजय पटेल, नितिन सिंह, बिजेंद्र उइके, संगीता काकरिया, सचिन द्विदी, प्रतिभा रघुवंशी, परेश नागर , नूरी खान, मुकेश परमार और मितेंद्र दर्शन शामिल है।
भारत जोड़ो यात्रा को मिलेगी मंजिल?–राहुल गांधी की अगुवाई में हो रही भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस मोदी सरकार को घेरने की तैयारी में है। यात्रा के दौरान राहुल गांधी अपने भाषणों में महंगाई, बेरोजगारी और किसानों के मुद्दो पर मोदी सरकार को घेरने की पूरी कोशिश करेंगे। राजनीतिक विश्लेषक भारत जोड़ो यात्रा को कांग्रेस को फिर से खड़ा करने की एक कोशिश मानते है। भारत जोड़ो यात्रा ऐसे समय हो रही है जब कांग्रेस एक के बाद एक चुनाव लगातार हारती जा रही है और पार्टी के बड़े नेता लगातार पार्टी छोड़ रहे है।
कांग्रेस की राजनीति को करीबी से देखने वाले वरिष्ठ पत्रकार रशीद किदवई कहते हैं कि लोकतंत्र में हर राजनीतिक दल को ऐसी यात्रा निकालने का अधिकार है और देश में समय-समय पर अलग-अलग राजनीतिक दलों ने ऐसी यात्रा भी निकाली है। बात चाहे उत्तर भारत में हुई भाजपा में लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा की हो या दक्षिण भारत में राजशेखर रेड्डी की यात्रा की। इसके साथ अलग-अगल राजनीतिक दलों के नेताओं ने भी अलग-अलग समय पर अपने राज्यों में यात्रा की है।
जहां तक बात भारत जोड़ो यात्रा की हो तो इस यात्रा के जरिए कांग्रेस अपने भविष्य को सुधारने की कोशिश कर रही है। वर्तमान में कांग्रेस चुनाव जीत नहीं पा रही है और ऐसे समय में कांग्रेस लोकतंत्रिक तरीके से एक यात्रा में जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही गुजरात, हिमाचल प्रदेश में चुनाव है और लोकतंत्र में चुनाव के नतीजे बहुत कुछ तय करते है।
भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही कांग्रेस पार्टी को नया अध्यक्ष मिल जाएगा और देखना दिलचस्प होगा कि क्या यात्रा की अगुवाई कर रहे राहुल गांधी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष बनते है या नहीं। बरहाल भारत जोड़ो यात्रा के जरिए कांग्रेस 2024 की अपनी खोई सियासी जमीन को वापस पाने की जद्दोजहद में जुटी हुई है।