ईपीएफओ द्वारा गठित समिति की रिपोर्ट उसके सलाहकार निकाय वित्त एवं निवेश समिति (एफआईसी) के एजेंडा में थी। यह बैठक 19 सितंबर को हुई थी। सूत्र ने बताया कि रिपोर्ट पर चर्चा अगली बैठक के लिए टाल दी गई, जो अगले महीने के पहले पखवाड़े में होगी।
ईपीएफओ ने फरवरी में ईटीएफ में अपने निवेश के एक हिस्से को बेच दिया था ताकि 2017-18 के लिए अंशधारकों को ऊंचा ब्याज दिया जा सके। हालांकि, बाद में ईपीएफओ ने बीते वित्त वर्ष के लिए ब्याज को घटाकर 8.55 प्रतिशत करने का फैसला किया, जो 2016-17 में 8.65 प्रतिशत था। (भाषा)