दिल्ली उच्च न्यायालय ने 17 दिसंबर को सिख विरोधी दंगों में 5 लोगों की हत्या के मामले में 73 वर्षीय सज्जन कुमार समेत अन्य लोगों को सजा सुनाई थी। सज्जन कुमार ने पारिवारिक जिम्मेदारी को पूरा करने के लिए दिल्ली उच्च न्यायालय से आत्मसमर्पण की तिथि को बढ़ाने के लिए याचिका दायर की थी जिसे खारिज कर दिया गया।