भोपाल। मध्यप्रदेश के मंदसौर में सभ्य समाज को झकझोर कर देने वाला एक ऐसा मामला समाने आया है, जिसमें एक पिता ने अपनी ही जिंदा बेटी को मरा बताकर उसकी आत्मा की शांति के लिए शान्तिभोज दे दिया। पिता ने जिस जिंदा बेटी के लिए मृत्युभोज दिया उसका कसूर सिर्फ इतना था कि उसने अपने पंसद के लड़के से शादी की थी।
पूरा मामला मंदसौर जिले के कुंचड़ौद गांव का है, जहां पर भगतराम मण्डोरा की 19 साल की बेटी शारदा ने गांव में रहने वाले अपनी ही जाति के लड़के से प्रेम विवाह कर लिया था। लड़की के घर से भागकर शादी करना परिवार वालों को इतना नगावार गुजरा कि उन्होंने जिंदा बेटी को स्वर्गवासी बताकार शुक्रवार को पूरे समाज को शान्तिभोज दे दिया है।
जिंदा बेटी का मरा बताने के लिए बाकायदा पत्रिका छपवाई गई, जिसमें बालिग बेटी ने अपनी मर्जी के शादी के लिए जिस दिन (25 जुलाई ) को घर छोड़ा था, उसी दिन उसकी मौत बताकर 2 अगस्त को उसका गौरनी और शान्तिभोज का कार्यक्रम रख दिया।