अखबार ने सहायक उपनिरीक्षक एबी शहाबुद्दीन को उद्धृत किया, 'मंत्री के सुरक्षा दल में छह पुलिसकर्मी थे। घटना के समय मंत्री बांग्लादेश बॉर्डर गार्ड के कार्यक्रम में जा रहे थे। साइंस लैब चौराहे के पास हम लाल बत्ती की वजह से फंस गए। मैं वाहन से उतरकर यातायात पुलिस से मंत्री के लिए रास्ता साफ करने के लिए कहने जा रहा था तभी विस्फोट हुआ।'