शाह ने कहा कि नई कंपनी में काम पर आफरीन का यह पहला दिन था। काम के बाद वह कुर्ला रेलवे स्टेशन पहुंची, जहां से उसने मुझे रात 9.09 बजे फोन करके बताया कि उसे शिवाजी नगर के लिए ऑटोरिक्शा नहीं मिल रहा है। पिता ने कहा कि मैंने उसे राजमार्ग की ओर चलने और ऑटोरिक्शा लेने के लिए कहा। लेकिन रात 9.54 बजे मुझे अपनी बेटी के फोन से एक कॉल आया और यह भाभा अस्पताल के एक कर्मचारी का था। दु:खी पिता ने कहा कि यह काम पर उसका पहला दिन था और अब मैं अपनी बेटी को कभी वापस नहीं पा सकूंगा।(भाषा)